हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत इमाम खुमैनी र.ह.की 33वीं वर्षगांठ पर विट्रगाम बारामूला में पैरवाने विलायत जम्मू व कश्मीर के अनुयायियों द्वारा एक समारोह का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में मोमनिन ने भाग लिया और इमाम खुमैनी र.ह. को श्रद्धांजलि दी,
इस प्रोग्राम में पैरवाने विलायत जम्मू व कश्मीर के अध्यक्ष मौलाना सिबते मुहम्मद शब्बीर कुमी और अध्यक्ष मौलाना शब्बीर अहमद सूफी ने इमाम खुमैनी र.ह. की जीवनी के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इमाम खुमैनी सिर्फ एक व्यक्ति नहीं हैं,अगर ध्यान से देखा जाए तो इनके अंदर विभिन्न भावना पाई जाती थी
उन्होंने कहा कि इमाम खुमैनी र.ह. की क्रांति कर्बला की क्रांति की निरंतरता थी। इमाम ने इस महान कार्य के माध्यम से दुनिया को यह स्पष्ट कर दिया कि मुसलमान स्वतंत्र हैं और वे अपनी किस्मत खुद तय करना जानते हैं। उन्होंने इस सार्वभौमिक व्यक्तित्व के विचारों को अपनाने का आह्वान किया और कहा कि सभी सामूहिक और व्यक्तिगत समस्याओं का समाधान आपके विचारों में मैज़ूद हैं।